Tuesday 1 November 2011

For Hetal Mahendrakumar Sangani: बिन तेरे....

अगर आंसू ना होते आँखों में,
तोह आँखें इतनी खूबसूरत ना होती.

अगर दर्द ना होता दिल में,
तो ख़ुशी की कीमत पता ना होती.

अगर बेवफाई ना की होती वक़्त ने,
तो वफ़ा की कभी चाह्त ना होती.

अगर मांगने से पूरी हो जाती मुरादें,
तोह उस खुदा की कभी ज़रूरत ना होती.....

कुदरत के करिश्मो में अगर रात ना होती,
ख्वाबों में भी उनसे मुलाक़ात ना होती.

यह दिल हर एक गम की वजह है,
ये दिल ही ना होता तोह कोई बात ही ना होती...

और अगर इस जिंदगी में तू ना आती जालिम,
तोह यह जिंदगी, जिंदगी ही ना होती.

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