Monday 11 June 2012

Hetal Mahendrakumar Sangani : में और भगवान् ...

एक दिन मुझसे कहा भगवान् ने : "मत कर इंतज़ार इस जनम में उसका.....मिलना मुश्किल हैं"
मैंने भी कह दिया : "लेने दे मजा इंतज़ार का...अगले जनम में तो मुमकिन हैं..??!!"
फिर भगवान ने कहा : "मत कर इतना प्यार...पछताएगा..."
मुस्कुरा कर मैंने कहा : "देखते हैं तू मेरी रूह को कितना तड्पाएगा...."
फिर भगवान् ने कहा : "हटा उसे, चल में तुजे स्वर्ग की अप्साराओ से मिलाता हूँ.."
मैंने कहा : "आ निचे....देख मेरे यार का मुस्कुराता चहेरा....तू स्वर्ग की अप्सरा भूल जायेगा.."
गुस्से में कहा भगवान् ने : "मत भूल अपनी औकात....तू तो एक इंसान हैं..."
मैंने कहा : "तो मिला दे मुझे मेरे यार से....और साबित कर की तू ही भगवान् हैं..."